मुल्ला नसरुद्दीन पहली बार हवाई जहाज से यात्रा कर रहा था। जहाज अभी रवाना नहीं हुआ था।
मुल्ला बार—बार एअर होस्टेस को बुला—बुला कर पूछ रहा था, सब कल—पुर्जे ठीक हैं न? पेट्रोल पूरा डाल लिया है न? इंजन ठीक काम कर रहा है न? एअर होस्टेस परेशान हो गई, बार—बार.. .उसने कहा आप इतने परेशान क्यों हो रहे हैं?
सब ठीक—ठाक है। आपको कल—पुर्जों और पेट्रोल और इंजन, इन सबकी चिंता करने की जरूरत नहीं। मुल्ला नसरुद्दीन ने कहा कि मैं इसलिए कह रहा हूं कि अभी पहले ही सारी देख— भाल कर लेना उचित है, वरना ऊपर जाकर तुम मुझसे धक्का लगाने को मत कहना। क्योंकि कई बार बसों में मैं बैठ कर देख चुका हूं कि बीच में खड़ी कर देते हैं, फिर कहते हैं धक्का लगाओ।
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